एक तय सीमा से अधिक कमाई करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को प्रोफेशनल टैक्स का भुगतान राज्य सरकार को करना पड़ता है
नियमित सैलरी वालों को आसानी से होम लोन मिल जाता है. वहीं जिनका अपना रोजगार है या आमदनी नियमित नहीं होती, उन्हें होम लोन लेने में थोड़ी दिक्कत होती है.